केके हॉस्पिटल सांचौर में पहली बार किडनी व गुर्दे की पथरी का इलाज अब बिना ऑपरेशन के लेज़र तकनीक से, देखे विस्तृत ख़बर
K K HOSPITAL SANCHORE
आयुष्मान मोबाइल लिथॉट्रिप्सी वान
*पथरी मुक्त किडनी*
*दर्द मुक्त साँचोर*
क्या आपने कभी सोचा है बिना ऑपरेशन गुर्दे (किड्नी) की पथरी का इलाज हो सकता है |
बिना दर्द के गुर्दे (किड्नी) की पथरी से केसे मुक्त हों| नयीं तकनीकी जिसे कहते है E.S.W.L.
*लेसर से पथरी तोड़ने की मशीन*
अब आ गई आपके द्वार,जीं हाँ
आयुष्मान एल॰एल॰ पी॰ अहमदाबाद से अब साँचोर में
*K K HOSPITAL SANCHORE*
Dr नीरव पिर्यदर्शी। MCH(urologist)
आयुष्मान मोबाइल लिथॉट्रिप्सी वान
*पथरी मुक्त किडनी*
*दर्द मुक्त साँचोर*
क्या आपने कभी सोचा है बिना ऑपरेशन गुर्दे (किड्नी) की पथरी का इलाज हो सकता है |
बिना दर्द के गुर्दे (किड्नी) की पथरी से केसे मुक्त हों| नयीं तकनीकी जिसे कहते है E.S.W.L.
*लेसर से पथरी तोड़ने की मशीन*
अब आ गई आपके द्वार,जीं हाँ
आयुष्मान एल॰एल॰ पी॰ अहमदाबाद से अब साँचोर में
*K K HOSPITAL SANCHORE*
Dr नीरव पिर्यदर्शी। MCH(urologist)
Dr कृष्ण कुमार चौधरीMS .Gen Surg
किड्नी पथरी रोग विशेषज्ञ
किड्नी पथरी रोग विशेषज्ञ
किडनी व गुर्दे पथरी के इलाज के लिए सांचोर के लोगों को अब दूर नहीं जाना पड़ेगा। लोगो को के के अस्पताल में ही यह सुविधा मिल जाएगी। अस्पताल ने पथरी को निकालने के लिए लेज़र मशीन की सुविधा उपलब्ध करवा दी है। इस मशीन की खास बात यह रहेगी कि इसके जरिए पथरी को बिना चीर-फाड़ के निकाला जा सकेगा।
लेजर तकनीक से यह मशीन पथरी के टुकड़ों को तोड़ देगी और वह पेशाब के साथ निकल जाएंगे। डॉ कृष्ण कुमार चौधरी ने बताया कि हॉस्पिटल में दूर दराज के लोग इलाज के लिए आते है सांचोर व जिले के लोगों को अब के के अस्पताल में और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगी।
सांचोर में पहली बार हुआ लेज़र तकनीक से ऑपरेशन
आज इस तकनीक द्वारा पहली बार पथरी को बिना चीर-फाड़ के मरीज़ को टेबल पर सुलाकर पीठ के भाग से ध्वनि तरंगे छोड़कर,पथरी को बारीक कण में तोड़ा गया। यह बारीक कण पेशाब क़े साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं
इस मौके पर अस्पताल के डॉ कृष्ण कुमार चौधरी, डॉ. निम्बाराम चौधरी , हॉस्पिटल एमडी मोहनजी, डॉ.कैलाश सुथार, ओ.टी. स्टाफ जगदीश माली,सहित समस्त स्टाफ व कई लोग भी उपस्थित रहे।
पथरी का इलाज करने के लिए बिना सर्जरी के इलाज की तकनीक जिसमें पथरी को ‘पथरी की धूल’ या छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है। जो पेशाब के रास्ते आसानी से बाहर निकल जाते हैं। यदि बड़े टुकड़े बचे रहते हैं तो एक उपचार और किया जाता है। यह तकनीक बिना चीर-फाड़ वाली प्रक्रिया है। जिसका मतलब है कि इसमें सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है। किडनी की पथरी को तोड़ने के लिए लेजर तकनीक का उपयोग किया जाता है।
रूटिन की तरह रहेगी ओपीडी
किडनी की पथरी के ऑपरेशन के लिए खास बात रहेगी कि इसके लिए रोज की तरह ही ओपीडी लगेगी। यदि जांच के दौरान किडनी में पथरी मिलती है तो उन मरीजों को ऑपरेट करने के लिए समय दिया जाएगा।
किडनी की पथरी के ऑपरेशन के लिए खास बात रहेगी कि इसके लिए रोज की तरह ही ओपीडी लगेगी। यदि जांच के दौरान किडनी में पथरी मिलती है तो उन मरीजों को ऑपरेट करने के लिए समय दिया जाएगा।
इस चिकित्सा में शरीर में कोई छोद नही किया जाता ना कोई टाँके लगते है ज़्यादातर मामले में मरीज़ 4 घंटे के अंदर घर जा सकता है ओर काम भी कर सकता है
*पंजीकरण अनिवार्य*
*भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना लागू*
*••सुविधा हर सोमवार ओर मंगलवार*••